बचपन..❤


बचपन..❤
Childhood- RKYMAHADEV


बचपन का जमाना होता था,

ख़ुशियों का खजाना होता था।



चाहत चाँद को पाने की,

दिल तितली का दिवाना होता था।।

खबर न थी कुछ सुबह की,
न शाम का ठिकाना होता था।

थक हारकर आना स्कूल से,
पर खेलने भी जाना होता था।

बारिश में कागज की कश्ती थी,
हर मौसम सुहाना होता था।

हर खेल में साथी होते थे,
हर रिश्ता निभाना होता था।।

पापा की वो डॉट गलती पर,
मम्मी का मनाना होता था।

गम की जुबां न होती थी,
न जख्मों का पैमाना होता था।।

रोने की वजह न होती थी,
न हँसने का बहाना होता था।

अब नहीं रही वो जिंदगी,
जैसा बचपन का जमाना होता था।।



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