हर नई रात....💜💘 💔
Rahul Kumar Yadav |
हर नई रात वहीं पुरानी उदासी लाती है
हर रात सोचते हैं आज
बिना रोयें सोएंगे,
देर रात तक जागने का बोझ
अकेले हम क्यों उठाए
जिसे जाना था वो जा चुका है
नए शख्स के साथ आए दिन नई तस्वीर देखता हूँ
तुम्हारे चेहरे पर जब कोई मलाल नहीं
तो हम क्यों नींदें हराम करें अपनी
हम सब जानते हैं,
मगर फिर भी वहीं गलती दोहराते हैं
हमें इतनी जल्दी संभलना नहीं आया
हमारे आँसू इतनी जल्दी नहीं सूखते
हमारी किस्मत मे टूटना ही लिखा है
हम बिखरे हुए ही खूबसूरत हैं
हम बर्बाद ही अच्छे हैं .......💔💔
- राहुल कुमार यादव
Comments
Post a Comment
Please Do Not Enter Any Spam Link In The Comment Box.